निजी बीमा कंपनियों पर ‘गुटबंदी’ करने का आरोप: आईआरडीएआई
जीवन बीमा कंपनियां अपना कारोबार बढ़ाने के लिए NFO लेकर आ रही हैं जो किसी विशेष फंड या सेक्टर पर आधारित हैं. बीमा कंपनियां NFO क्यों लेकर आती हैं? इन NFO में निवेश करना चाहिए या नहीं? इस तरह के तमाम सवालों के बारे में जानने के लिए देखिए चैन की सांस का यह शो-
घर बैठे शॉपिंग करने वालों को होगा बंपर फायदा, बीमा कंपनियां अब बिना मंजूरी पेश कर सकेंगी नए उत्पाद, बच्चों के भविष्य को बचाने को उठाया ये कदम
GST On Insurance Premium: साठे ने कहा कि इस क्षेत्र का विकास सिर्फ बीमा कंपनियों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि सभी को इस दिशा में आगे बढ़ना होगा.
कोरोना की दूसरी लहर में हेल्थ सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. इस दौर में हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों ने हेल्थ क्लेम की संख्या में भी इजाफा देखा है.
Insurance: इंडिया पोस्ट ऑफिस (Post Office) ने आम लोगों को ये खास सुविधा देने के लिए दो बीमा कंपनी से करार किया है.
2020-21 में इंडस्ट्री की कुल GDPI साल-दर-साल आधार पर 4 फीसदी रही है और ये 1.85 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है.
वित्त मंत्री की अध्यक्षता में बीमा कंपनियों के साथ होने वाली इस बैठक में PMJJBY और PMSBY के क्लेम्स के जल्द निस्तारण पर चर्चा की जाएगी.
कई मामलों में ऐसा पाया गया है कि बीमा कंपनियां कोविड आधारित पॉलिसीज की खरीदारी की राह में अड़ंगा लगा रही हैं.
कंपनी का निजीकरण करने के खिलाफ और चार कंपनियों के विलय एवं वेतन में संशोधन पर जल्द फैसले की मांग को लेकर बुधवार को हड़ताल करने का निर्णय किया है.